मौसम! बारिश का हो या फिर प्यार का,
एक बात जो दोनों में ही काॅमन है।
जब तक लिमिट! में है तभी तक,
तन और मन को सूकूं देती है।।
#मौशम
#बारिशें
#सुकून
#पीड़ा_मन_की
#दर्द_छलक_जाता_है
#योरकोट_दीदी
#योरकोटबाबा
#सनातनी_जितेंद्र मन

Hindi Quotes by सनातनी_जितेंद्र मन : 111815280

The best sellers write on Matrubharti, do you?

Start Writing Now