साफ़ रखो दिल का कमरा
मैले कमरे में भला कौन ठहरा ?
अस्त - व्यस्त कमरा देख जैसे रास नहीं कुछ आता है
बिखरे हुए विचारों से कोई दिल में भी नहीं आता है
सारी दुनिया छोटी लगे जब बड़ा - सा हो दिल का कमरा
दुनिया हसीन स्वप्न - सी जब सुथरा हो दिल का कमरा
हवेलियाँ छोटी पड़ जाती हैं जब दिल के द्वार बड़े होते हैं
झोंपड़ी भी महल लगे जब दिल के झरोखे खुले होते हैं