ममतामयी अभिव्यक्ति है माँ,
तोषणी पराशक्ति है माँ।
संस्कारों की संपृक्ती है माँ,
प्रेम की अनुरक्ति है माँ।
भावों का अवगाहन है माँ,
जीवन का आवाहन है माँ।
कोमल हृदय विशाल है माँ,
सृष्टी की प्रतिपाल है माँ।
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#मां_के_आंचल_में_दुनिया
#माँजानतीहै
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#योरकोटबाबा
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Hindi Poem by सनातनी_जितेंद्र मन : 111804316

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