Hindi Quote in Poem by किरन झा मिश्री

Poem quotes are very popular on BitesApp with millions of authors writing small inspirational quotes in Hindi daily and inspiring the readers, you can start writing today and fulfill your life of becoming the quotes writer or poem writer.

विषय-आदत
दिनांक-1/05/2022

तुम्हें कैसे भुला दूँगी मैं,
तुम मेरी चाहत बन गए हो।
सुबह उठने से रात तक देखने की,
तुम मेरी आदत बन गए हो।।

कभी नहीं भूल पाऊँगी मैं तुमको,
इस बात को तुम हमेशा याद रख लेना।
तेरा प्यार हर नस-नस में हैं,
इसको तुम अब महसूस कर लेना।।

जब तक थे तुम गैर मेरे लिए,
तब तक दिल में कुछ नहीं होता था।
अब बन गए हो अपने से तुम,
इस लिए तेरे जाने पर ये रोता था।।

क्यों तुमने मेरी हर आदतों को,
अपनी आदतों से मिला डाला था।
मेरी हर एक अदा पर तो तुमने,
अपना प्यार लुटा डाला था।।

अब लत लग गई जो तुम्हारी,
तुम जाने की अब बोल रहे हो।
मेरे प्यार को शायद अब तुम,
अपने आप से तौल रहे हो।।

जाना ही था तुमको हमसें दूर तो,
इतने करीब हमें लाये ही क्यों थे।
तुम मेरी जब आदत बन गये हो,
तो ये आदत तुम मेरी बनाये ही क्यों थे।।

अब तुम्हारे बिन एक पल भी,
रहना मेरा मुश्किल हो जायेगा।
आदत जो मेरी बन चुके हो तुम,
शायद मेरी मौत के साथ ही जायेगा।।


किरन झा (मिश्री)
ग्वालियर मध्यप्रदेश

-किरन झा मिश्री

Hindi Poem by किरन झा मिश्री : 111802715
New bites

The best sellers write on Matrubharti, do you?

Start Writing Now