"ये जीवन है,"
ये जीवन है,
जन्म -मृत्यु का मेल है,
सांसों की आवन-जावन
का खेल है।
ये जीवन है।
बचपन -जवानीऔर
बुढ़ापे का संयोग है।
ये जीवन है।
कुछ कांटे और कलियों
के संग फूलों से जीवनमाला
संजोने का नाम हैं।
ये जीवन है।
कुछ खट्टे कुछ मीठे
पलों को यादों में
पिरोके रखनें का
पैगाम है।
ये जीवन है।
सुख-दु:खके झूलों में
झुलने का,
समय के चक्कर में
चढ़ने का नाम हैं।
ये जीवन है।
चंद पलों को मूठ्ठीमे
समेट कर कुछ पाने
का कुछ खोने का
सुनहरा अवसर हैं।
ये जीवन है।
।। स्वरचित डॉ दमयंती भट्ट।।