रात बाकी है ...✍✍✍
अभी तक खत्म कहा हुआ है
अभी मेरे इश्क़ का एक अंदाज़ बाकी है
आगाज़-ए-महोब्बत हो गया है
अभी इस एहसास का अंजाम बाकी है
बिखरती यादो के काफिले सारे
धीरे धीरे मेरे हाथो से फिसल रहे है
सब कुछ तो हो गया रुखसत मुजमे से
दिल के एक कोने में बस तेरा नाम बाकी है
रात गुज़र गई वक़्त के साथ बहती
मेरे सिरहाने एक अधूरा ख्वाब बाकी है
इन अश्को को बहने की अभी इजाजत नही
अल्फ़ाज़ , अभी वक़्त है दर्द का हंगाम बाकी है
~ BY ALFAAZ
-PUNIT SONANI 'ALFAAZ'