ये वह महान व्यक्ति जिन्हें आज कोई नहीं जानता। यह ब्राह्मण अध्यापक कृष्णाजी केशव अंबेडकर हैं, जिन्होंने #भीमराव सकपाल को अपना सरनेम (उपनाम) देकर #भीमराव अंबेडकर बनाया और उनको पढ़ाया-लिखाया
तथा अग्रिम अध्ययन के लिए विदेश भेजने हेतु गायकवाड़ बडौदा महाराज से सिफारिश करके #Scholarship की व्यवस्था कराई। सचमुच समरसता और एकता हमारे समाज का सदा से अभिन्न अंग रही है। यह सामाजिक एकता सदैव भारत मे बनी रहे ताकि बाबा साहेब जैसी महान विभूतियाँ इस पावन धरा को सुसज्जित करती रहें।ब्राह्मणों का भी बहुत योगदान है भारत को बनाने में,इस सत्य को समझें।सत्य
वह होता है जो आपको देखना चाहिये, न कि जो आपको दिखाया जाता है। हम सब एक है।