"हमारे भीतर अनन्त शक्ति छिपी है"
विवेकानन्द के इस अध्यात्मिक विचार को गहराई से समझें तो हम पाएंगे कि जो हम कठिन समझते हैं वह वैसा नही है और जिसे हम असम्भव कहते हैं वह आत्मबल के चट्टान के आगे सिर्फ धूल का कण मात्र है ।
इसलिए यह विचारणीय है
" अपने आपको जानो" !
-गायत्री शर्मा गुँजन