महाशिव रात्रि का पर्व है आया,
चारों ओर हर्षोल्लास है छाया।
शिव जी के बाराती बनने को,
सम्पूर्ण जगत शामिल होने आया।
भोले बाबा का श्रंगार आज तो,
कुछ अद्भुत सा किया गया है।
देखकर उनको तो मन हर्षाये,
ऐसा रूप श्रंगार उनका किया गया है।।
गले में विषधर नाग है डालें,
सिर पर चंदा का मुकुट विराजे।
एक हाथ लिये त्रिशूल तो भोले,
दूसरे हाथ से डमरू है बाजे।।
भूत, पिशाच ,नर ,कपाल तो,
बाराती बनकर झूमें गायें।
मदमस्त होकर शिव गड़ तो,
बम-बम भोले का जयकारा है लगायें।।
देवताओं ने भी भोले के विवाह पर,
पुष्पों की बारिश है कराई।
शिव विवाह को देखने के लिए तो,
ब्रह्मांड में एक होड़ है छायी।।
शिव गौरा के इस विवाह पर,
सम्पूर्ण जगत में आज डमरू बाजे।
उदघोष हो रहा है आज बम भोले का,
और ढोल,नगाड़े भी बाजे।।
शिव और शक्ति का आशीर्वाद तो,
सम्पूर्ण जगत पर यों ही बना रहे।
करते रहे आराधना उनकी हम,
और मनवांछित फल मिलता रहे।।
🙏🏼हर हर महादेव🙏🏼
किरन झा मिश्री
-किरन झा मिश्री