14 फरवरी सन 2019 को,
पुलवामा पर जो अटैक किया था।
कितने सैनिकों को आतंकियों ने,
बम फोड़ लहू-लुहान किया था।।
छल से सीमा के अंदर आके,
धोखे से तो वार किया था।
अपनी नीचता का प्रमाण दे,
उसने कुंठाघात किया था।।
भारत के वीर सपूतों पर तो,
उन कायरों ने घात किया था।
अपने नामर्द होने का तो,
एक बार फिर से अहसास किया था।।
वीर जवानों की लाशों पर,
पूरा राष्ट्र मिल रोया था।
सबकी रूह तो कांप गयी थी,
जब वीर सैनिकों को खोया था।।
हर जवान का शव तिरंगे में,
लपेटकर जब लाया गया था।
उनकी माँ, बहू, बेटियों पर तो,
आँसू का सैलाब छा गया था।।
कितनी बहु बेटियों ने तो,
अपना सुहाग उजाड़ दिया था।
उनके दिल में बस यही था ,
कि पीठ पीछे से वार हुआ था।।
इस दिन को पूरा राष्ट्र तो,
उन वीरों को नमन करता है।
आँखों में अश्रु लेकर तो,
उनको शत शत वंदन करता है।।
उन वीरों के नाम हम सब,
आज एक-एक दिया जलाते है।
आँखों में अश्रु लेकर तो,
भाव भीनी श्रद्धांजलि दे जाते है।।
जो वीरों की शहादत भूलकर,
वेलेंटाइन डे तो मनाते हैं।
धिक्कार है उनके जीवन पर,
जो राष्ट्र छोड़ विदेशी डे अपनाते है।।
किरन झा मिश्री
-किरन झा मिश्री