प्रॉमिस डे पर एक प्रॉमिस तो,
हम अपने आप से भी कर लेते है।
अपने आत्म सम्मान को न खोकर,
नहीं झूठ के सामने झुक लेते है।।
गलत नहीं है अगर हम कभी तो,
नहीं किसी के सामने कभी भी झुकेंगे।
अपनी सच्ची बातों को तो,
हम तो दृढ़ निश्चय से ही कहेंगें।।
जिसको भी बुरा लगता है तो,
सौ बार उसको तो लग जाये।
हम हमेशा से सही ही थे,
ये बात तो उसके मन में बैठ ही जाये।।
हमनें अपने पूरे जीवन में ही,
नहीं किसी का कभी बुरा किया।
सहन शीलता का परिचय तो,
हमनें तो सदैव बखूबी ही दिया।।
आज हम तो अपने आप से,
एक वादा ये कर ही लेते है।
झूठे,मक्कार लोगों से हम,
दो गज की दूरी कर ही लेते हैं।।
किरन झा मिश्री
-किरन झा मिश्री