कमी हमारी आगे बढ़ने नही देती
पैर फैलाती है वो हमें चलने नही देती
कोशिश में भी कामयाबी आने नही देती
पर भूल जाती है अपना अस्तित्व
हम में पल कर बड़ा इतराती है
मरते है हम पर वो ना घबराती है
वो मिले तो उसे बताये हम
नकली लिबास की असलियत दिखायें हम
हर दिन शिकस्त देके चलो जश्न मनायें हम
-Sakshi