कल पूरी रात उनकी आवाज तो,
मेरे कानों में गूंजती रही है।
कल जो देखी उनकी तस्वीर तो,
वो मेरी आँखों में घूमती रही है।
पता नहीं मुझको तो अब,
ये इश्क है या जुनून है।
बस मुझे तो ऐसा लगता है,
ये तेरे होने का ही सुरूर है।
तू रहे हरदम आस-पास मेरे,
ये ही मेरे दिल की बस ख्वाहिश है।
तेरा साथ मिल जाये मुझे तो,
यही दिल की बस आजमाईश है।
आ जाओ रूबरू तुम मेरे तो,
बस यही मेरा एक सपना है।
हाले दिल एक दूजे को बताकर,
लगा मुझे भी कोई तो अपना है।
किरन झा मिश्री
-किरन झा मिश्री