😪😪आँसू😪😪
इंतहा तेरे इश्क़ की,
हम भी तो आजमाएंगे।
अपनी आंख के आँसू तो,
तेरी आंख से भी निकलवाएंगे।
मैं तड़पु जब भी तेरी याद में,
तेरे दिल में भी वही तड़प जगायेंगे।
यादकर तेरी हर बातों को तो,
उन बातों में हम तो खो जायेंगे।
जब भी याद करेंगे हम दिल से तुमको,
तेरे मुँह से भी हिचकियाँ निकलवाएंगे।
यादकर हम तुम्हें और तुम हमें,
इस रिश्ते को पूरी ईमानदारी से निभाएंगे।
बहुत दूर है हम दोनों तो क्या हुआ,
एक-दूसरे की दिल की धड़कन को जान जायेंगे।
किरन झा मिश्री
-किरन झा मिश्री