वर्ण पिरामिड काव्य
वर्ण-1,2,3,4,5,6,7 - सात पंक्तियां, सात शब्दों में
विषय- प्रणय
ये
प्रेम
हृदय
प्रतिक्षण
प्रणय ढूंढ़े
अंदर बाहर
प्रत्यक्ष मिलकर ।
ये
सांस
स्पंदन
नित्य दिन
हर्षित हुई ,
सान्निध्य के साथ
मिलनसार होने ।
ये
नैन
चंचल
उत्साहित ,
नव पल्लव
सौंदर्य पाकर ,
जीवन पथ पर ।
ये
तन
अल्हड़
क्रीड़ा करें ,
मनमोहित
पगदंडी पर
उछलता-कूदता ।
-© शेखर खराड़ी
तिथि-८/१२/२०२१