मां सरस्वती वंदना।
स्वरों की देवी मां सरस्वती तुम्हें प्रणाम है।
स्वरों को रागिनी दायिनी मां सरस्वती तुम्हें
शत-शत प्रणाम है।
स्वरों से सुर को मिला दे मां सरस्वती हम आए
तेरे धाम है।
दिव्य दर्शन दे मां सरस्वती तुम्हें कोटि-कोटि प्रणाम है।
तेरे चरणों की धूल जो मिल जाए मां सरस्वती
हम पाते जग में नाम हैं।
जय जय मां सरस्वती त्रिकुटा पर्वत पर
तेरा धाम है।
अब तेरे धाम दर्शन हेतु
१०५१ सोपान चढ़ाना
ये तो तेरा ही शुभ वरदान है।
जय जय मां शारदा मैहर वाली कोटि-कोटि प्रणाम है।
-Anita Sinha