।। अहसास।।
याद आता वो दिन जब तुम आये पहली बार
मेहंदी से सजे हाथ, नयनों में था एक इकरार
आज वो दिन है, जब तुम नहीं हो मेरे साथ
बेवफा कह, कर, छोड़ रहे हो अब मेरा हाथ
शबाब प्यार का कब रँग बदल दे, ये न जाना
हसरती हो इश्क कब इल्जाम दे दे, ये न जाना
मुद्दतो की उदासी में, ख्याल सदा तुम्हारा ही रहा
आज भी तुम्हें चाहते, खुदा ही अब एक गवाह रहा
बस अब आरजू ये ही है, तुमसे कभी मुलाकात न हो
टूटा गया आईना खबर पास की खिड़कियों को न हो
जन्मों का साथ,कसम ली आज इंतकाल उसका हुआ
तस्वीर थी कभी साथ क़ी, अब इसका अहसास हुआ
✍️ कमल भंसाली
-Kamal Bhansali