शीर्षक: खत प्यार का
बात बन जाये, तसल्ली तुमें हो जाये अगर
इस खत का जबाब जरुर देना, मेरे दिलवर
जीवन कुछ नहीं, बिखरी हुई यादों का सबब है
प्यार स्वार्थी होता, सिर्फ खुद से इसका मतलब है
जुनून से कहते हो, मेरा दिल सिर्फ तुम्हारा है ?
बता दो इतना, क्या ये मेरा उम्र भर का सहारा है ?
कल राह में कोई और मिला, मुझे छोड़ तो न दोगे
मायूसी और तन्हाई का कोई तोहफा, मुझे तो न दोगे
जबाब तुम्हारा मेरा इँतजार न समझ, स्वयँ से पूछना
चाहत प्यार की हो तो, इस खत को ख़ता न समझना
जिंदगी में प्यार हमसफ़र बन, नया गुलशन बनाता
फूल खिलेंगे, कांटे भी चुभेंगे, तभी अस्तित्व तलाशता
माना खत सवालों का है, पर मेरा प्यार, तुम्हारा है
कल के बनते रिश्तों में, शायद यही सवाल तुम्हारा है
✍️ कमल भंसाली