-फिर न कहना ये कैसा करम हो रहा है...
-परा(इष्ट) से ही मिलने का जतन हो रहा है।
थीर मन जो ये अपनी सुध-बुध खो रहा है,
सोचकर ही आनन्द में मगन हो रहा है।।
-मिलने को सब ये उसी से जतन हो रहा है,
-फिर न कहना ये कैसा करम हो रहा है।।

#सनातनी_जितेंद्र मन कहेन
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#lordkrishnasprayer
#heartbroken
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Hindi Sorry by सनातनी_जितेंद्र मन : 111746256

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