एक मध्यमवर्गीय पिता अपनी बेटी को पाल- पोस पढ़ा-लिखाकर वर की तलाश करता है,
वर मिलने पर लड़के के घर में सोफे के कोने में दुबका हुआ, लड़कें के बड़े भाई द्वारा पकड़ाई गई दहेज की लिस्ट को नम आंखों से पढ़ता है, लिस्ट देते समय ही पूछते हैं कि आपकी बेटी कितना पढ़ी है, इसलिए आज भी हमारे देश में लड़कियों की शिक्षा पर घन खर्च करते समय माता पिता सोचने को मजबूर है कि पढ़ाए या शादी में खर्च करें।
अंतरात्मा- 9
-Suneeta Gond