ये जो बाहर, ऊंचे मंच पर खड़े होकर स्त्री सम्मान, और अधिकारों का झण्डा फहरा कर आते हैं ना,,,,,,
ज्यादातर उन्हीं के घरो की चारदीवारी के भीतर एक स्त्री का अधिकार और आत्मसम्मान,
झूठे अहंकार और रौब के कदमों तले हर पल
कुचल दिये जाते हैं!!!!!
-K Bhardwaj RANU