जहा पे खतम किया था। वहीं शुरू करने आए है।
फिर खड़े है उस मुकाम पे।
जिसे पीछे छोड़ आए थे।
जिसे भूल काफी आगे चले आए है.. आज फिर वो हमसे मिलने आए है।
पहले जैसी हसी, पहले जैसी बाते। क्या पता क्या करने आए है।
भूल चुके हे हम जो किस्सा, शायद फिर वो याद दिलाने आए है।
-Priyanka Malaviya