साँसो को अपनी कुरबान किए जाते हैं,,,
सरहद पर रक्त से अपने शौर्य का प्रमाण दिए
जाते हैं ,,,
बस थोड़ी देर और रुको, एक और साँस अभी बाकी है मेरी,,,
मौत को अपनी समझाकर यूँ
दुश्मनों को मौत दिए जाते हैं,,,,
यूँ ही नहीं कहलाते ये शेर मेरे हिन्द के,,,,
सुनकर जयघोष सिंहो का दुशमन दूर से ही थर्रा जाते हैं!!!!
-Khushboo bhardwaj "ranu"