ख़ामोशी
एक सफर है ख़ामोश सा, रास्ता भी अनजाना है
तू नही तेरा साथ नही, ये लम्हा कुछ बेगाना है
ना मंजिल की खबर, ना रास्ते का पता
बस यूही मुझे सबसे बहुत दूर चले जाना है
ना जाने कहाँ से निकला हूँ, ना जाने मुझे कहाँ जाना है
खबर बस इतनी है की, अकेले यूही तनहा बस चलते जाना है
रास्ते की परवाह छोड़ के किसी भी मोड़ पर मुड़ जाना है
बस यूही मुझे सबसे बहुत दूर चले जाना है
ना कोई उम्मीद है मुझे, ना किसी हमसफ़र को साथ मेरे आना है
रास्ता है ये जिंदगी का मुश्किल, कदमो को ही साथ निभाना है
सब कुछ पीछे छोड़ कर मुझे, उस पल को भूल जाना है
बस यूही मुझे सबसे बहुत दूर चले जाना है
बस यूही मुझे सबसे बहुत दूर चले जाना है
"अनुभव"