मैं और मेरे अह्सास
हम अपनो से खफा कयुं है?
यहा हर कोई बेवफा कयुं है?
खामोशीया सदा-ए दे रही है l
यहा हर कोई बेजुबा कयुं है?
चांदनी भी पर्दे मे है आज तो l
यहा हर कोई बेपर्दा कयुं है?
भीगे मौसम मे भीगने की जगह l
यहा हर कोई बेमज़ा कयुं है?
कुछ फ़ैसले ख़ुदा के होते हैं l
यहा हर कोई बेरजा कयुं है?
दर्शिता