संध्या वंदन मंगलवार ब्रह्मदत्त त्यागी हापुड़ का बारंबार प्रणाम नमन
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मनोजवं मारुततुल्यवेगमं जितेन्द्रियं बुद्धिमतां वरिष्ठम्। वातात्मजं वानरयूथमुख्यं श्रीरामदूतं शरणं प्रपद्ये।।
- ब्रह्मदत्त त्यागी हापुड़
शुभ मंगलवार ब्रह्मदत्त त्यागी
भूत पिशाच निकट नहीं आवे
महावीर जब नाम सुनावे
नासे रोग हरै सब पीरा
जपत निरंतर हनुमत वीरा।
संध्यावंदन मंगलवार ब्रहादत्त त्यागी
मनोजवं मारुततुल्यवेगमं जितेन्द्रियं बुद्धिमतां वरिष्ठम्।
वातात्मजं वानरयूथमुख्यं श्रीरामदूत शरणं प्रपद्ये।।
अर्थ : मन-जैसी स्फूर्ति और वायु-जैसे वेग वाले, परम बुद्धिमान, इन्द्रियनिग्रही,वानरपति, वायुपुत्र हनुमान की शरण लेता हूं। ब्रह्मदत्त त्यागी हापुड़