मां को श्रद्धांजलि ।
आदरणीय भाईयों एवं बहनों बेहद दुःख के साथ
कहना पड़ता है कि
आज मेरी मां हम सब भाई बहनों को छोड़कर
दुनिया को अलविदा कह गयी।
अब हम सब अनाथ
हो गये।
किन्हें कहेंगे अब मां ।
मां का आंचल काल ने छीन लिया।
सब कुछ मिल सकता है लेकिन मां नहीं मिलती है।
लिखते-लिखते आंखें भर आईं है और हदय चीत्कार कर उठा है।
वेदना अपार हो रही है।
हर रिश्ते में सबसे ऊंचा
मां का रिश्ता है।
दुःख जीवन भर के लिए
मन में समा गया।
कि अब मां नहीं रही।
मां के चरणों में शत-शत नमन।
परमात्मा उनको शांति दे।
ओम शांति ओम शांति ओम शांति।
अनिता आज अनाथ हो गयी। ।।
गम का पहाड़ टूट गया।
मां के चरणों में।
समर्पित रचना।
जिन्होंने कलम पकड़ाया।
-Anita Sinha