कैसे बदल गये विचार,
भुल गये माँ-बाप का प्यार,
खुद जागकर तुझे सुलाया,
बड़े प्यार से तुझे खिलाया,
उंगली पकड़ चलाया करती,
पालने में झुलाया करती,
तुझ से जुड़े थे दिल के तार,
कैसे बदल गये विचार,
भुल गये माँ-बाप का प्यार,
इक पल भी ना आये चैन,
तेरी राह देखते उसके नैन,
बड़े प्यार से पाला था,
खिचे नहीं कभी तेरे कान,
पढाया और लिखाया तुझको,
बना कर दिया तुझे मकान,
आज हो गये वो लाचार,
कैसे बदल गये विचार,
भुल गये माँ-बाप का प्यार,
-आनन्द फौगाट