तुम चलोगे…….....
तुम चलोगे जहां, हम वहां जाएँगे,
तुमसे नज़रें चुराकर, कहाँ जाएँगे,
तुम जो एक बार कह दो मुहब्बत नहीं।
लेंगे वो आखरी साँस, मर जाएँगे।।
तू जो कह दे तेरे प्यार को छोड़ दूं,
सारि कसमे वो वादे वफ़ा तोड़ दूं,
फिर कभी भी मैं तुझसे मिलूंगा नहीं।
जो भरोसा न हो तो ये जग छोड़ दूं।।
प्यार तुमको भी है, तुम जताते नहीं,
वरना खत यूँ मेरे तुम छुपाते नहीं,
तू है मंज़िल, में तेरे सफर में ही हूँ।
जानते हो मगर तुम बताते नही।।
दिल का लेना या देना तो व्यापार है,
मन से हो बस समर्पण वही प्यार है,
चाह है तू मेरी, चाहता में तुझे।
तेरी तूँ जाने हाँ है या इनकार है।।
जानती हो ये तुम हुम् न कह पाएंगे,
बिन कहे भी तो अब हम न रह पाएंगे,
प्यार में बोलने की जरूरत ही क्या।
एक नज़र देख लो हम समझ जायेंगे।।
सतीश ठाकुर