विश्व प्रार्थना
सुनो मेरी माता विश्व प्रार्थना ।
तेरी आकिंचन्य दासी अनिता लेकर आई है लोगों की रक्षार्थ अभ्यर्थना।
मेरी मां तुम तो अन्तर्यामी हो ।
मां महारानी तुम तो जीवन दात्री हो।
आया है समय बड़ी भारी ।
फैली हुई है महामारी ।
पल-पल हर ले रही है प्राण।
माता काली दे दो जीवन दान।
तेरे दर पे शीश नवाने आए हैं।
झोली फैलाए भिखारी बनकर आए हैं।
मैया तुम दाता हम भिखारी हैं।
मैं मूरख मति मारी हूं।
मैया तुम ज्ञानी दानी हो।
कर दो कृपा विशेष मेरी मैया ।
हो जाए जन-जन का कल्याण।
मैया तुम ही हो मेरी माता पिता बंधु सखा।
संकट काल में कर दो मदद हमारी।
दूर करो विपदा भरी महामारी।
अस्पतालों में असंख्य मरीज भर गये हैं।
कोई ऐसे ही दम तोड रहे हैं तो कोई कराहते हुए प्राण त्याग रहे हैं।
विश्व संकट हरो मैया।
जीवन सुरक्षित करो।
तुम ही फूंक सकती हो मुर्दों में प्राण।
धरती बन गई है श्मशान।
मैया आपदा से आक्रांत लोगों में प्राणों का
मचा हुआ है घमासान।
मैया धरती न बने अब श्मशान।
काली कराली कापाली
दिगंबरी दक्षिणेश्वरी।
मां मंगला काली भद्रकाली कलयाणेश्वरी।
आदिशक्ति भवानी नमन है तुझे बारंबार।
श्मशान घाट में रहता है तेरा पहरा।
धरती पर छाया हुआ है
घोर अंधेरा।
हे छिन्नमस्तिके हे उगरच़ंडा कालिके
परमेश्वरी।
रोक दो काल की गति अब।
सांसें यूं ही थम रही है।
जिंदगी उजड़ रही है।
शत्रु भय विनाशिनी
शत्रु बीज का विनाश करो।
काली महाकाली कालीघाट की श्यामा काली अब जग कल्याण करो।
विश्व प्रार्थना की अनुनय-विनय दासी कर रही है।
दे दो जीवन दान अनिता तेरे चरणों में भीख मांग रही है।
ना जाने भक्ति ना जाने पूजा।
तुम ही हो मां मेरी सब
विधि बतला जा।
शरणागति की रक्षा करो भक्त रहे निशंक।
दास आया तेरी शरण आप लीजिए अंक।
कोटि-कोटि प्रणाम आदि शक्ति भवानी।
-Anita Sinha