जय माता दी
अम्बे गौरी मैया तेरी आरती गाऊं।
आरती गाऊं मैया तुझको मनाऊं।
पुष्प गुच्छ लेकर आए हैं।
भावों का चंदन तुझे लगाने
आए हैं।
सिन्दूर फूल अक्षत पान सुपारी ध्वजा नारियल लेकर आए हैं।
मैया जी लाल जवा फूलों का हार पहनाने आए हैं।
लाल चोले में सुनहरी जरीदार किनारी लगवाकर लाए हैं।
लाल चुनरी में चांद सितारे टांक कर लगाए हैं।
धूप-दीप और नैवेद्य अर्पित करने आए हैं।
मैया जी तेरी आरती उतारने आए हैं।
लाटा वाली मेहरा वाली जोता वाली
तेरी शरण में आए हैं।
करो विनती स्वीकार माता जी तेरी महिमा गाने आए हैं।
शरणागति की रक्षा करो भक्त रहे निशंक।
दास आया तेरी शरण मात लीजिए अंक।
जय माता जी तेरे चरणों में कोटि-कोटि प्रणाम।
-Anita Sinha