यादें
यादें तो एक धरोहर होती है।
भूलने की आदत मुझे नहीं है।
भूली बिसरी यादों को मैं एक सीख समझकर याद रखती हूं।
मैं ये समझती हूं कि मैं हूं तो यादें जिंदा है।
नहीं रही तो फिर यादें तो दफन हो जाएगी। यादों को ही अपना सहारा समझें ताकि जिंदगी जीना आसान हो जाए।
-Anita Sinha