सिलबट्टे पर पिसी मसाले वाली सब्जी
नासिका से प्रवेश कर
अंदर तक उतर
आती है खुशबू,
सिमट जाती है
सारी ज्ञानेंद्रियां
जिह्वा पर,
जब दोपहर में
आती है कहीं से सुगंध,
सिलबट्टे पर पिसी
सरसों - लहसुन वाली
तरकारी और भात की,
सूखते गले में
उभरता है
घर के खाने का स्वाद।
पिज़्ज़ा - बर्गर कहां
मिटा पाता है
भूख तब,
न ही मिटा पाता है
पानी की तलब
उस समय
कोई भी पेप्सी- कोक।