बहुत प्यारा था वो नादानी वाला बचपन,,,
बहुत न्यारा था वो बिन परेशानी वाला बचपन,,,
अब ये समझदारी और दुनियादरी संभाली नहीं जाती,,,
क्यूँ नहीं लौट कर आ जाता बस एक बार,,,
वो माँ की गोद की नींद
और पिता के काँधे की सवारी वाला बचपन!!!
😊💖😊
-Khushboo bhardwaj "ranu"