💐 प्रेम का बादल💐
बनकर बादल तुम
मुझ पर पहरा देना
अपने प्रेम की बारिश से
तुम मुझको नहला देना
तेज हो धूप जीवन की
जब अन्तस् में जलन हो
सूख रहा हो अंतर्मन
पीड़ा देते कटु वचन हो
तब बनकर तुम प्रेम का बादल
मुझ पर यूँ छा जाना
बरसा देना स्नेह की बारिश
मन को तृप्त कर जाना
प्रेम की सौंधी खुशबू से
तुम मुझको महका देना
देना इतना प्रेम की
सारी पीड़ा भुला देना
प्रेम की उस बदली को
मैं भी ह्रदय में संजो रखूँगी
सूखेगा जब अंतर्मन उस
बादल के प्रेम में ,मैं डुबूंगी ।।
-आशा झा Sakhi