चीन ने फिर से गलती की हमारे शेरों से टकराने की।
अरे jinping भाई,,,अपने उन छोटे छोटे बच्चों पर थोड़ी तो दया करो,,,।। जिनपींग से हम तो बस यही कह सकते हैं ,कि ,,,,,,
हमारे उस तिरंगे को झुकाने की बात,
सोच भी कैसे पाते हो,,,,
रोक नहीं पाते लहराने से जिसे,
आँधी,तूफान और हिमपात कोई,,,
अरे निहत्थे ही जो तोड़ दे तुम्हारे,
सैकड़ो सैनिकों की गर्दने यूँ ही झटककर,,,,
उन शेरों को हराने की तुम्हारे,
नन्हें चूजों की नहीं औकात कोई!!!