कैसे छोड़ आउ उस गली
जहां बचपन गुजारा है!!
दूर भी जाए तो कैसे
इंसान वो लगता सबसे प्यारा है!!
सब कहते हैं बेटी सयानी हुई
अब यह घर न गवारा है!!
जाए कहां ,कैसे छोड़ कर
जिस मा ने ,उस आंगन में चलना सिखाया हैं!!
कैसे रहुं, खुशहाल कभी
बिन माँ ना कभी जिंदगी गुजारा हैं!!
-maya