समाप्त होते वर्ष में
मेरे मन कर्म और वाणी से
यदि किसी को भी ठेस पहुँची हो
मैं हृदय से क्षमा प्रार्थी हूँ
समाप्त होते वर्ष में
मेरे मन कर्म और वाणी से
किसी को भी ठेस पहुँची हो तो
मैं हृदय से क्षमा प्रार्थी हूँ
आप सभी को नव वर्ष २०२१ की हार्दिक शुभकामनाएं ब्रह्मदत्त त्यागी हापुड़ एवं समस्त दोस्तों मित्रों साथियों की तरफ से
आपको यह नववर्ष आपको शुभ हो मंगलमय हो
नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं ब्रह्मदत
अर्पित
सुदर्शन पुष्प अर्पित ब्रह्मदत्त