आएगा एक दिन तुम्हारी मौत का मेला,
सारे होंगे साथी पर तू होगा अकेला।
सज धज कर सजाकर फूलों से,
गाजे बाजे के साथ तेरी विदाई करेंगे।
अपने सारे मिलकर तेरा सत्कार करेंगे,
अपने कंधों पर बिठाकर तेरी विदाई करेंगे।
आरती की थाल समझकर तेरे तन को,
रखकर चंदन की लकड़ी और गाय का घी,
मंत्र और पूरी विधि विधान से,
तुम्हें अंतिम नमस्कार करेंगे।
पूरे सम्मान के साथ तेरी अंतिम संस्कार करेंगे।
सारे घर आ जाएंगे पर तुम नहीं आओगे।
तुम्हारे मौत के मेले में फिर एक दावत होगी ,
सारे उसमें खाएंगे पर तुम नहीं आओगे। 🙏🙏
-Ambika Jha