" भतीजे को जन्मदिन की बधाई "
छोटे-छोटे हाथ पांव तेरे गोद में आया जैसे फरिश्ता कोई,
एक मनलुभावन हंसी तेरी, इस पर हार जाऊं सारी खुशी।
गोद में आकर खेलता जब लगता बाल कान्हा बनआया तू
तेरी अटखेलियां निराली, लगती लीला कान्हा सी मुझको।
बड़ा होता गया गोद छोड़ सवार पीठ पर घोड़ा मुझे बनाया
दिन महीने हम गिनते रहे, और साल यूं ही गुजरते रहे।
बढ़ते पढ़ते तू बड़ा हुआ, और इंजीनियर भी बन ही गया,
पर सब यादें जेहन में ताजा है जैसे कल ही की तो बात हो
दिल में है अभी भी वो तेरे बचपन की सारी यादें ताज़ा हैं,
भूलाएं में भूलू कैसे लगता जैसे कल ही कि ये कोई बात है
इक्कीसवां साल पूरा हुआ बाईसवा जन्मदिन है आज तेरा
इस दिन को भूल सकता हूं कभी बताओ प्यारे भतीजे तुम
दुआ दिलसे हर खुशी पाओ प्रगति के परचम लहरा हो तुम
चारों दिशाओं में नाम हो,मेरे भाई का ख्वाब पूरा करो तुम
हे ईश्वर से प्रार्थना भतीजे तेरे चाचा "मित्र"की सदा रदय से
कुल का नाम रोशन तुझसे सदा रोशन रखना प्यारे भतीजे
(आज मेरे बड़े भाई के सुपुत्र मितेश कालाणी के बाईसवें जन्मदिन पर मैं मातृभारति परिवार की ओर से दे रहा हूं ढेरों बधाईयां शुभेच्छा एवं शुभकामनाएं)
✍️मनिष कुमार "मित्र" 🙏