मैं नारी हूं।
मैं प्रकृति अन्नपूर्णा नारी हूं
मैं धरती सृजनकारी हूं
मैं मां दुर्गा शक्ति काली हूं
मैं गंगा, यमुना, त्रिवेणी हूं
मैं ममता क्षमा दया की देवी हूं
मैं फूल खुशबू धरती की हरियाली हूं
मैं जगत जननी पालन हारी हूं
मैं मां बहन बेटी सखी सहेली हूं
मैं किसी भी रूप में ढलने वाली मिट्टी हूं।
मैं परिवार को जोड़कर रखने वाली रस्सी हूं।
अम्बिका झा 🙏🙏
-Ambika Jha