#शाम की उदासी में

शाम की उदासी में
फिर तेरा जिक्र आया
इक हवा का झोंका
पैगाम आपका लाया
और बोला
चल कहीं दूर
मौसम है आशिकाना
तभी याद आया
मौसम ही तो है
तेरी तरह
वों भी बदल जायेगा

-Vaishnav

Hindi Thought by Vaishnav : 111617050

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