सभी भगवान विष्णु भक्तों को एकादशी की हार्दिक शुभकामनाएं तुलसी विवाह एकादशी अपने आप में एक महत्वपूर्ण होती है, सभी विष्णु भक्त इसको सच्ची श्रद्धा और विश्वास के साथ मनाते हैं--सच्ची श्रद्धा व विश्वास के साथ मनाई जाने वाली यह तुलसी विवाह एकादशी सत्यता एवं शुद्धता का प्रमाण है---- ब्रह्मदत्त त्यागी
कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को देवउठनी एकादशी होती है। इस दिन से भगवान विष्णु योग निद्रा से बाहर आते हैं और सृष्टि के पालनहार का दायित्व संभालते हैं। देवउठनी एकादशी से चतुर्मास का समापन होता है। आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को देव-शयन एकादशी कहा जाता है, इस दिन ही भगवान विष्णु योग निद्रा में चले जाते हैं। देवउठनी एकादशी इस साल 25 नवंबर दिन बुधवार को है। देवउठनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु तथा माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है।
तुलसी विवाह: 25 नवंबर, दिन बुधवार
तुलसी विवाह 2020: इस वर्ष तुलसी विवाह 25 नवंबर दिन बुधवार को है। यह हर वर्ष कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को होता है। तुलसी विवाह देवउठनी एकादशी के दिन ही होता है। तुलसी विवाह के दिन तुलसी और शालिग्राम का विवाह कराया जाता है। आज के दिन तुलसी, शालिग्राम तथा गणेश जी की पूजा होती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, तुलसी विवाह का आयोजन करने पर एक कन्या दान के बराबर पुण्य प्राप्त होता है। प्रस्तुतीकरण ब्रह्मदत्त त्यागी हापुड़