#बिना कुछ कहें

बिना कुछ कहें
तुम अचानक चलें गए
इक शोर मेरे अंदर भी है
अब तुम ही बताओ
मैं अपनी उलझनें किससे कहूँ

-Vaishnav

Hindi Poem by Vaishnav : 111611823

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