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मेरे नज़्मों को महकती ये ख़ुशबू,
है ये ख़ुशबू तेरे प्यार की।
दिल समुंदर की गहराई
तलक, जाती ये ख़ुशबू
तन मन भिगोती ये ख़ुशबू
है ये ख़ुशबू तेरे प्यार की।
बावले मन की ये बावली सी ख़ुशबू,
है ये ख़ुशबू तेरे प्यार की।
तन मन भिगोती ये ख़ुशबू,
है ये ख़ुशबू तेरे प्यार की।
बावले मन की ये बावली सी ख़ुशबू,
है ये ख़ुशबू तेरे प्यार की।
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-सन्तोष दौनेरिया
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