तुम्हारा साथ
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हो कोई हालात,
मुझसे तुम मुंह मोड़ना नहीं
साथ मेरा तुम छोड़ना नहीं
सितारा-ए-क़िस्मत हो
जो गर्दिशों में
हाथ मेरा तुम छोड़ना नहीं
साथ मेरा तुम छोड़ना नहीं
मुझसे तुम मुंह मोड़ना नहीं
दिन हो या फिर हो रात
हो रोशनी या स्याह रात
साथ मेरा तुम छोड़ना नहीं
मुझसे तुम मुंह मोड़ना नहीं
मुझसे तुम मुंह मोड़ना नहीं
साथ मेरा तुम छोड़ना नहीं
आए हो जो साथ मेरे
तो साथ निभाना उम्र भर
रास्ते में किसी मोड़ पर
हाथ छोड़ कर मुड़ना नहीं
साथ मेरा तुम छोड़ना नहीं
मुझसे तुम मुंह मोड़ना नहीं
साथ मेरा तुम छोड़ना नहीं
आते हो जैसे,
आते ही रहना बैसे
मेरे ख़्वाबों और ख़्यालों में
हो कुछ भी बात फिर भी
साथ मेरा तुम छोड़ना नहीं
मुझसे तुम मुंह मोड़ना नहीं
हो कोई हालात,
मुझसे तुम मुंह मोड़ना नहीं
साथ मेरा तुम छोड़ना नहीं
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-सन्तोष दौनेरिया
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