प्रेम बधन नहीं , जे तो
प्यार का एहसास है ,
दिल का दिल पर विश्वास है l
ख़ुशी जो मिले अपने प्यार को ,
तो जे जान भी कुर्बान है l
दूसरे को बोल कर जो बताया
वो क्या प्यार है ?
प्यार तो ,खुद वे खुद से इजहार है
जहा बिन कहे बातें होती है ,
दूर हो कर भी दर्द की फीलिंग होती है l
प्यार को जो दिखाना पड़ा ,
तो वो प्यार नहीं तकरार है l
प्यार तो खुद मे ही बेकरार है ,
जे तो दिल का दिल पर ऐतबार है l
navita 🎼