⚜️⚜️जय जय नारायण नारायण हरि हरि तेरी लीला प्रभु न्यारी न्यारी हरी हरी जय जय नारायण नारायण हरी हरी ब्रह्मदत्त⚜️⚜️🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️
➗परमा एकादशी आज➗
भगवान विष्णु को करें प्रसन्न
↪️पंचरात्रि व्रत का विधान↩️
आज परमा एकादशी मनाई जा रही है. इस एकादशी को अधिक मास एकादशी भी कहते हैं. परमा एकादशी के दिन पूरे विधि विधान से भगवान विष्णु की पूजा की जाती है. आज के दिन भक्तों को भगवान विष्णु की विशेष कृपा मिलती है और उनकी सारी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. अधिक मास में पड़ने की वजह से परम एकादशी का महत्व कई गुना बढ़ जाता है. पुराणों में परम एकादशी का फल अश्वमेघ यज्ञ के बराबर बताया गया है.
⭕परमा एकादशी का महत्व⭕
अधिक मास में भगवान विष्णु की पूजा की जाती है और परमा एकदाशी के दिन भी भगवान विष्णु की विशेष पूजा का विधान है. इस दिन भक्तों को पूजा का पूरा फल मिलता है. इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करने से घर में सुख-समृद्धि आती है. मान्यता है कि इस एकादशी का व्रत करने से घर में सौभाग्य और समृद्धि आती है. परम एकादशी को कठिन व्रतों में से एक है. कई लोग इस व्रत को निर्जला भी रखते हैं तो कुछ लोग केवल भगवत चरणामृत लेते हैं.
⭕ऐसे करें भगवान विष्णु को प्रसन्न⭕
इस व्रत में पांच दिनों तक पंचरात्रि व्रत किया जाता है. भक्त पूरी श्रद्धा से भगवान विष्णु की पूजा करते हैं. इसके बाद ब्राह्मणों को भोजन कराया जाता है और दान-दक्षिणा दिया जाता है. कहा जाता है कि जो भी व्यक्ति इस दिन व्रत और पूजा करता है उसके सभी कष्ट दूर हो जाते हैं. इस दिन भगवान विष्णु के साथ भगवान शिव की भी पूजा की जाती है. प्रस्तुतीकरण ब्रह्मदत्त त्यागी हापुड़