दर्द ए ग़म कोई, लूट भी जाए
बहारे दिल खिलकर उभर जाए;
सुकुन ओ शोहरत मिले तमाम,
हुश्न होनहार नज़रे हाल हो जाए;
मौज ए मस्त दिवाना ,सेकंडों में,
हाल ए दिल,हकीकत चुरा जाए;
तख्त ओ ताज, की चाहत नहीं,
दिल ए नूर दोस्ताना छा, जाए;
आनंद गजब है,जिंदगी गुजारना,
गुजरते हर पल, इबादत हो जाए;
-મોહનભાઈ આનંદ