सुना है प्रेम एक नज़र में हो जाता हैं। क्या ऐसा होता हैं सच में।
बोहोत सुना है प्रेम के बारे में..(2)
अब हो गई हद,
आए मेरे जीवन में भी,
तब हो कुछ बता।
कंरू मैं भी महसूस इसे,
जियूँ मैं भी जरा इसे,
झुमु मैं भी प्रेम में,
नाचूँ झम-झम प्रेम की बरसात में,
सोचू हर पल उसी के बारे में,
कुछ हो तो ऐसा मेरे जीवन में,
तब मानु प्रेम में।....(2)
(ज्योति कुमारी)
-Jyoti Kumari